इंटरनेट कैसे कार्य करता है-
नेटवर्क है जिसका की संचालन के केंद्रीय संस्थान इंटरनेट द्वारा किया जाता है यही संस्कार समस्त समस्त उपयोगकर्ताओं से प्राप्त करती हे तथा यदि हम अपनी कुछ जानकारी एकत्रित करना चाहते हैं तो हमें किसी संस्था से मदद लेनी होगी लेकिन यदि उत्तर पूरी तरह गलत है |
लेकिन इसके लिए हमारी व्यवस्था जिम्मेदार है इस अवस्था में हो चुके हैं हमारे यहां हर चीज है isliye jab bhi hamkisi विश्वव्यापी या अत्यंत बड़ी प्रणाली की कल्पना करते हैं तो यह ही मान लेते हैं कि इस के लिए तो एक उच्चाधिकार प्राप्त केंद्रीय समिति होगी जो इसका संचालन व नियंत्रण करेगी |
परंतु इंटरनेट के साथ ऐसा कुछ भी नहीं है यह कोई भी indian केंद्रीय समिति नहीं है और ना ही कोई केंद्रीय कंप्यूटर है इंटरनेट पर उपलब्ध समस्त सामग्री मूलतः सरवर खाए जाने वाले कंप्यूटर जो भी किसी की किसी भी संस्था कंपनियों के होते हैं पर संस्कृत रहती है |
लेकिन इसके लिए हमारी व्यवस्था जिम्मेदार है इस अवस्था में हो चुके हैं हमारे यहां हर चीज है isliye jab bhi hamkisi विश्वव्यापी या अत्यंत बड़ी प्रणाली की कल्पना करते हैं तो यह ही मान लेते हैं कि इस के लिए तो एक उच्चाधिकार प्राप्त केंद्रीय समिति होगी जो इसका संचालन व नियंत्रण करेगी |
परंतु इंटरनेट के साथ ऐसा कुछ भी नहीं है यह कोई भी indian केंद्रीय समिति नहीं है और ना ही कोई केंद्रीय कंप्यूटर है इंटरनेट पर उपलब्ध समस्त सामग्री मूलतः सरवर खाए जाने वाले कंप्यूटर जो भी किसी की किसी भी संस्था कंपनियों के होते हैं पर संस्कृत रहती है |
यह तभी servar पास मिस कॉल टेलीफ़ोन या उपग्रह द्वारा पास में डेटा आदान प्रदान करने हेतु जुड़े रहते हैं internet कैसे कार्य करता है
यह समझने के लिए telephone प्रणाली का उदाहरण लेते हैं इस प्रकार से intercom का प्रयोग संस्कृत आसानी से किया जा सकता है इसमें किसी भी टेलीफोन एक्सचेंज की आवश्यकता नहीं होती है इंटरकॉम टेलीफोन एक्सचेंज हो तो कहीं भी दूसरे फोन पर बात की जा सकती है,
ऐसा इसलिए संभव होता है क्योंकि जैसे ही टेलीफोन से नंबर डायल किया जाता है नजदीकी टेलीफोन एक्सचेंज पहुंचता है तथा वहां से डायल किया गया नंबर के आधार पर अन्य बच्चन टेलीफोन एक्सचेंज पर पहुंच जाता है और वह फिर से डायल किए का टेलीफोन पर पहुंच जाता है इंटरनेट भी बंचित कंप्यूटर जिससे की सूचना प्रधान करनी है या जिस पर सूचना प्रेषित करनी होती है कुछ इसी तरह की पहुंचा जाता है,
जैसे ही हम कोई संदेश इंटरनेट पर प्रेषित करना है यश प्राप्त करना चाहते हैं उस में सर्वप्रथम कंप्यूटर के नजदीकी शारदा पहुंचती है सर के साथ उपलब्ध राउटर कैसे इंटरनेट पते के आधार पर उस पर को प्रेषित करता है यहां पर उपलब्ध हैं उसे जी की सरकार को प्रेषित कर देता है यह प्रक्रिया चलती रहती है जब तक की सूचना बंद कंप्यूटर तक नहीं पहुंच जाती यहां एक बात और है
ऐसा इसलिए संभव होता है क्योंकि जैसे ही टेलीफोन से नंबर डायल किया जाता है नजदीकी टेलीफोन एक्सचेंज पहुंचता है तथा वहां से डायल किया गया नंबर के आधार पर अन्य बच्चन टेलीफोन एक्सचेंज पर पहुंच जाता है और वह फिर से डायल किए का टेलीफोन पर पहुंच जाता है इंटरनेट भी बंचित कंप्यूटर जिससे की सूचना प्रधान करनी है या जिस पर सूचना प्रेषित करनी होती है कुछ इसी तरह की पहुंचा जाता है,
जैसे ही हम कोई संदेश इंटरनेट पर प्रेषित करना है यश प्राप्त करना चाहते हैं उस में सर्वप्रथम कंप्यूटर के नजदीकी शारदा पहुंचती है सर के साथ उपलब्ध राउटर कैसे इंटरनेट पते के आधार पर उस पर को प्रेषित करता है यहां पर उपलब्ध हैं उसे जी की सरकार को प्रेषित कर देता है यह प्रक्रिया चलती रहती है जब तक की सूचना बंद कंप्यूटर तक नहीं पहुंच जाती यहां एक बात और है
क्या एक बार और एक बात और ध्यान देने की है कि यह सूचना कारण प्रकार पैकेटों के रूप में होता है अर्थात सूचना पैकेटों में वक्त हो जाती है फिर सरवार सरवार होती हुई सही स्थान पर पहुंच जाती है यहां कतई आवश्यक यह नहीं है कि सभी पैकेट एक ही मार्ग से होते हुए वंचित स्थान पर पहुंचे भेजो भी खाली माल उपलब्ध होता है उसी का उपयोग करती Vanchit स्थान पर पहुंच जाते हैं
यहां यह भी हो सकता है कि संदेश के कुछ पैकेट Vsnl की मद्रासी स्थित सरवर के राउटर से होते हुए एमसीआई पहुंचे एमसीआई पर स्थित सरवर संदेश के पैकेटों को गोरा का लिस्ट सरवर पर प्रेषित कर देगा इस तरह भेजा गया संदेश वंचित कंप्यूटर पर पहुंच जाएगा यहां आपके मन में एकता छोड़ सकता है कि संदेश vsnl mci क्यों जाता है |
दरअसल vsnl भारत में इंटरनेट सुविधा प्रदान करने के लिए अधिकृत है और एमसीआई इंटरनेट पर सूचना पहुंचाने वाला vsnl का सर्वाधिक najfiki servr hai जोकि vsnl से जुड़ा हुआ है |